04 दिसम्बर 2016 (दिन- रविवार)
आज के दिन, घूमने का ना कोई मन था ना कोई पहले से बनाई हुई योजना। मैंने एक हेल्थ इन्सोरेन्स कराया था। जिसके लिए मुझे सुबह पत्नी और बेटे के साथ मेडिकल टेस्ट कराने को जाना था। जिसकी मैंने डॉक्टर से पहले ही अपॉइंटमेंट ले रखी थी। उम्मीद थी कि कम से कम 3 घंटे तो ख़राब हो ही जायेगे और घर से इंदिरापुरम जाना और आना, यह समय अलग से लगेगा। यानी आधा दिन आज इसी काम की भेंट चढ़ने वाला था। इसलिए ही मैंने कहीँ और जाने के बारे में सोचा भी नहीं।
सुबह 8 बजे ही घर से इंद्रापुरम के लिए निकल गए। पहला नंबर होने की वजह से ज्यादा समय नहीं लगा। 11 बजे हम वहाँ से निकल गए। जैसे ही मैं आगे बढ़ा तो मन कही घूमने को कहने लगा। चिड़ियाघर, दिल्ली...... नहीं नहीं, वहाँ नहीं कही ओर चलते है...
ऐसा